जसवंतनगर में रामलीला महोत्सव के दौरान भगवान गणेश की बारात निकालने वाली संस्था 'गणेश सेवा समिति' कोरोना महामारी को लेकर लागू लॉक डाउन में जसवंतनगर के नगर क्षेत्र में गरीबों, मजदूरों और असहायों के लिए जीवनदायनी बन कर उभरी है। इस संस्था के नौजवान रोजाना सुबह से शाम तक दौड़ रहै हैं और खाद्य सामग्रियों के पैकिट गरीबों की चौखट पर निस्वार्थ पंहुचा रहे हैं। शनिवार को इस संस्था ने यहां की गुड़मंडी में ऐसे ही 50 पैकिट उपजिलाधिकारी ज्योत्स्ना बन्धु के हाथों से गरीबों में वितरित कराए। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए गणेश सेवा समिति के सदस्यों ने जब इन पेकिटों को गुड़ मंडी में शीपू गुड़ विक्रेता के फड़ पर वितरित कराया, तो उपजिलाधिकारी भावुक हो गई और बोलीं कि यह संस्था अपने धार्मिक लक्ष्यों की पूर्ति इस तरह गरीबों की खाली झोली भरकर जिस तरह कर रही है, सही मायनों में यही धर्म है। संस्था के मंत्री जीतू वर्मा और अभिषेक 'बल्लू' पोरवाल ने बताया कि हमारी संस्था गरीबों को शुरू से ही पैकिटों में 10 किलो आटा,5 किलो आलू, 3किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 लीटर सरसों तेल, 1 किलो चीनी इसके अलावा नमक, चाय पत्ती, एवम जरूरी मसाले पैक करके दे रही है। अब तक करीब 500 पैकिट बांट चुकी और आगे कुल लक्ष्य 1000 पैकिट का है। उपजिलाधिकारी ने जमकर गणेश सेवा समिति के सदस्यों की हौंसला अफजाई की।