एक लड़का जो की बहुत डरा हुआ है, बार बार पुलिस स्टेशन में फ़ोन कर के कुछ कहने की कोशिश कर रहा है मगर डर की वजह से कह नहीं नहीं पा रहा है. वो किसी सोनाली का नाम ले रहा है मगर इससे अधिक कुछ नहीं बोल रहा. कौन है ये सोनाली और इस लड़के का उससे क्या सम्बंध है?
ये जानने के लिए 2 साल पीछे जाना पड़ेगा. पुलिस को एक नहर के किनारे एक लड़की की लाश मिलती है. लाश के पास एक कर भी खड़ी है जो शायद इसी लड़की की है. पुलिस इसी कार के रेजिस्ट्रेशन नम्बर के आधार पर गाड़ी के मालिक का घर पता करती है और तब पता चलता है की ये पूरा परिवार ही 2 दिन से ग़ायब था और आज पुलिस सोनाली की ये ख़बर लेकर आई है.
पुलिस का पहला अंदाज़ा ये है की सोनाली को ज़रूर ऑनर किलिंग के तहत मारा गया होगा और मारने के बाद घर के बाक़ी लोग कहीं छिप गए हैं. मगर इसमें भी एक ध्यान देने वाली बात ये है की घर से कोई भी समान ग़ायब नहीं है. यहाँ तक की घर में कैश और जूअल्री जस की तस है. तो ऐसे में ये परिवार जहाँ भी है वहाँ सर्वाइव कैसे कर रहा होगा!
2 साल बीत जाते हैं और अब पुलिस को इस लड़के तहत एक सुराग़ मिलता है जो केस को सुलझाने में मदद करता है.