देशभर में चल रहे लॉकडाउन के खत्म होने या आगे बढ़ने को लोकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऐसे में यह भी सोचना जरूरी हो गया है कि जब कभी लॉकडाउन खत्म होगा, उसके बाद लोगों को किस तरह की सावधानियां रखनी होंगी। इस बारे में सेलेब्स ने पत्रिका एंटरटेनमेंट से बात की। साथ ही कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिस, सफाई कर्मचारी और आवश्यक सेवा आपूर्ति श्रृंखला में लगे लोगों को सम्मानित करने के लिए शुरू किए गए पत्रिका के 'कर्मवीर अवार्ड्स' अभियान की सराहना करते हुए कोरोना वॉरियर्स को असली हीरो बताया।
इमरान हसनी
अपने परिवारों को छोड़ खुद की जान की परवाह किए बैगर लोगों की मदद करने वाले चिकित्साकर्मी, सफाईकर्मी और पुलिसकर्मी कोरोना से जंग के असली हीरो हैं, इनको सम्मानित करना ही चाहिए। लॉकडाउन के दौरान मैं अपने परिवार के साथ वक्त बिताने के साथ अपने फ्रेंड्स से खूब बातें कर रहा हूं। लॉकडाउन को खुलने के बाद भी लोगों को सोशल डिस्टेंशिग और सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा, तभी इससे निजात मिलेगी। सफर के दौरान सीट—टू सीट ही य़ात्रा करें। भीड़—भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
सोनू मिश्रा
लॉकडाउन के दौरान में फिजिकल एक्टिविटीज में बहुत ज्यादा वक्त दे रहा हूं। प्रतिदिन घर में ही 10 किलोमीटर रनिंग कर रहा हूं। बचपन से ही मुझे मार्शल आर्ट का शौक रहा है। अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने के लिए वर्कआउट, योगा के साथ हेल्दी शाकाहारी भोजन का लुत्फ उठा रहा हूं। कम से कम आपको दिन में आधे घंटे तक योग करना चाहिए ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ फिजिकली और मेंटली रूप से भी फिट होंगे। कोरोना के पहले और बाद भी सोशल डिस्टेंशिंग सबसे जरूरी है।
अमित बिमरोट
कोरोना से बचना है तो घर पर ही रहिए। खुद सेफ रहेंगे तो दूसरे अपने आप सेफ होंगे। लॉकडाउन के बीच मैं किचन में खाना से बनाने से लेकर बुक रिडिंग कर रहा हूं। मुझे किताबें पढ़ने का शौक है, लेकिन काम में बिजी होने के चलते वक्त नहीं मिल पाता था। अब समय मिला है तो अपनी हॉबीज को पूरा कर रहा हूं। इस बीच अपनी आगामी फिल्म की स्क्रिप्ट भी पढ़ रहा हूं।
अनिरुद्ध दवे
घर में रहिए और जो मनोरंजन की चीजें आपके पास उपलब्ध हैं, उसी से एन्जॉय करें। अपने आपको व्यस्त रखिए, बाहर बिल्कुल नहीं निकलें। मुझे बचपन से ही म्यूजिक का बहुत शौक है और इस दौरान सिंथेसाइजर, माउथ ऑरगन बजा रहा हूं। कोरोना ने लोगों को साफ—सफाई और हाथ धोने के प्रति सजग किया है और मेरा मानना है कि ये हमें लगातार जारी रखना चाहिए। इसने लोगों को भारत की पुरानी संभ्यता 'नमस्कार' को अपनाने पर मजबूर किया है।