दिल्ली सरकार की मानें तो उसकी तरफ से बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है. इसके लिए दिल्ली सरकार ने 27 गोताखोरों की टीम बनाई है और 42 रेस्क्यू बोट की तैनाती की है. बता दें 40 साल में हथिनी कुंड बैराज से अभी तक का सबसे ज्यादा पानी राजधानी दिल्ली में इस बार छोड़ा गया है, जिसके बाद दिल्ली में बाढ़ जैसी गंभीर समस्या के हालात पैदा हो सकते हैं. इसी के चलते सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई थी और आने वाले दो दिन दिल्ली के लिए बेहद नाजुक बताए थे. इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया था कि यमुना का जलस्तर बढने से से 23,860 लोग प्रभावित होंगे जिनके लिए 2120 टेंट्स का इंतजाम किया गया है