हरियाणा रोडवेज बसों द्वारा हरियाणा से सवेरे से ही मजदूरों को लाने का कार्य शुरू हो गया। मजदूरों को लाने के बाद स्क्रीनिंग टेस्टिंग करने के बाद यूपी रोडवेज बस से उनके गृह जनपदों में भेजा जा रहा हैं। लाॅकडाउन के दौरान दूसरे राज्य में हजारों की संख्या में मजदूर, कामगार फंस गए थे और वह अपने घरों तक नहीं पहुंच पा रहे थे। ऐसे में उनको काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। इसी को देखते हुए 2 दिन पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने प्रदेश में बुलाने के आदेश दिये थे। शनिवार से ही कैराना स्थित यूपी हरियाणा बॉर्डर से हरियाणा रोडवेज बसों के द्वारा मजदूरों का आना शुरू हो गया था। रविवार सुबह से ही यूपी हरियाणा बॉर्डर से करीब एक दर्जन बसों के द्वारा सैकड़ों मजदूरों को लाया गया। जिसके बाद कैराना के पीयूष आयन आश्रम में पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लाए गए सभी मजदूरों, कामगारों की थर्मल स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की। जिसके बाद जिलेवार 12 जनपदों की टेबल लगाई गई। एक -एक यूपी रोडवेज बस में करीब 50-50 मजदूरों को उनके गृह जनपदों में भेजा गया हैं। इस दौरान हरियाणा रोडवेज बस में सवार होकर आए मजदूर रंजीत ने बताया कि वें चार लोग हैं और पंजाब में सरिया मील में काम करते थे।लाॅकडाउन के बाद मील भी बंद हो गई थी। उनके पास पैसे भी खत्म हो गए थे।जिसके बाद वें पंजाब से पैदल सफर कर पानीपत आ गए थे। पानीपत में पुलिस प्रशासन ने उनको पकड़ कर एक स्कूल में क्वॉरेंटाइन कर दिया था।वापस बुलाने के लिए मजदूर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि सीएम साहब ने बहुत ही अच्छा निर्णय लिया हैं। उनको घर जाने की बहुत खुशी हो रही हैं।