जयपुर। देशभर में कोरोना संक्रमण से बचाच के लिए लॉकडाउन के चलते स्कूल भले ही बंद है, लेकिन स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील के लिए अब उन्हें प्रति बच्चे के हिसाब से ज्यादा पैसा मिलेगा, कहने का मतलब है सरकार ने प्रति विद्यार्थी यूनिट कॉस्ट बढ़ा दी है। सरकार ने मिड-डे—मील की कुकिंग कास्ट में औसतन 10.99 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला लिया है। स्कूलों को यह बढ़ी हुई राशि एक अप्रेल से ही मिलेगी। पिछले सालों के मुकाबले कुकिंग कास्ट में यह बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसे लेकर हाल ही आदेश भी जारी कर दिया है।
ये की राशि तय
स्कूलों में प्राइमरी स्तर तक यानी कक्षा 5 तक पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए अब हर दिन के हिसाब 4.97 रुपए मिलेंगे। वहीं अपर प्राइमरी यानी कक्षा 6 से 8 तक के प्रत्येक बच्चों को हर दिन 7.45 रुपए मिलेंगे। इससे पहले प्राइमरी के प्रति बच्चे के लिए यह राशि 4.48 रुपए थी, जबकि अपर प्राइमरी के लिए 6.71 रुपए थी। कोरोना संकट के बीच कुकिंग कास्ट में की गई इस बढ़ोतरी को काफी अहम माना जा रहा है।
केंद्र और राज्य दोनों का हिस्सा
मिड-डे मील तैयार करने के लिए दी जाने वाले इस कुकिंग कास्ट में केंद्र और राज्य दोनों का हिस्सा होता है। मैदानी राज्यों के लिए इनमें साठ फीसदी हिस्सा केंद्र का देता है और 40 फीसदी हिस्सा राज्य का होता है। वहीं पहाड़ी और नार्थ-ईस्ट के राज्यों में यह पैटर्न 90 और 10 का होता है। कहने का मतलब है 90 फीसदी राशि केंद्र देता है, जबकि राज्यों को सिर्फ 10 फीसदी ही राशि देनी होती है।