नई दिल्ली। पत्रिका कीनोट सलोन में ओलम्पिक के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बेटे और ओलंपिक विजेता अशोक ध्यानचंद ने कहा कि हॉकी खेल को मजबूत करने के लिए स्कूल सिलेबस में खेल को शामिल करना होगा। आज के दौर में तकनीकी के साथ-साथ हमें खेल पर ध्यान देना होगा। बच्चों को मोबाइल और कंप्यूटर से समय निकालकर खेल के मैदान में पसीना बहाना पड़ेगा। सलेक्शन बाई च्वाइस नहीं..सलेक्शन बाई पॉरफॉर्म करना होगा।