— लर्निंग गेप को दूर करने का कर रहे प्रयास
— हर अधिकारी की तय की जाएगी भूमिका
जयपुर। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की स्थिति में बच्चों की पढ़ाई को सुगम बनाने के लिए एक नए कार्यक्रम हवामहल की शुरुआत की जा रही है। इस कार्यक्रम में सीखने और सिखाने की प्रक्रिया को रोचक बनाया जा रहा है, जिससे बच्चे उसे तुरंत समझ सकें।
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उदयपुर और विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से हवामहल कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसका टेम्पलेट तैयार कर विद्यार्थियों और शिक्षकों तक इसे पहुंचाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत कहानी और अलग—अलग गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के लर्निंग गेप को दूर किया जाए। यह पूरी तरह आॅनलाइन होगा।
इस कार्यक्रम के तहत जिले, ब्लॉक, पंचायत स्तर पर व्हाटसएप की सहायता से कहानियों के वीडियो, आॅडियो और पीडीएफ फाइल भेजी जाएगी। शिक्षक इस कार्यक्रम के लिए सामग्री सप्ताह में एक दिन साझा करेंगे। इस कार्यक्रम में सभी अधिकारियों की भूमिका तय की जाएगी। विद्यार्थियों के अभिभावकों को फोन पर भी इसकी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए उनसे फीडबैक भी लिया जाएगा। कहानी ऐसी होनी चाहिए जो रोचक हों और सचित्र हों। इसके लिए सभी शिक्षकों को तैयारी करनी है।