कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच हुए टिड्डी हमले से निपटने के लिए सरकार केंद्र सरकार से भी मदद की गुहार कर रही है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से सर्वे, कीटनाशक छिड़काव के लिए अतिरिक्त वाहन के साथ ही हवाई स्प्रे के लिए ड्रोन उपलब्ध करवाने की मांग की है। सोमवार को कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया ने कृषि विभाग के अधिकारियों को टिड्डी चेतावनी संगठन के साथ समन्वय कर प्रभावी टिड्डी प्रबंधन एवं नियंत्रण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए किसानों का भी पूरा सहयोग लेेने को कहा। कटारिया सोमवार को यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभागीय अधिकारियों के साथ राज्य में टिड्डी की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि फसलों को बचाने के लिए समय रहते टिड्डी पर नियंत्रण जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार हरसंभव संसाधन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने टिड्डी चेतावनी संगठन को 40 गाडिय़ां उपलब्ध कराई हैं। 600 ट्रेक्टर किराए पर लेने की स्वीकृति जारी की गई है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार से भी अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। कटारिया ने अधिकारियों को प्रभावी सर्वे कर टिड्डी नियंत्रण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्र में पेस्टिसाइड्स उपलब्ध हैं। जहां भी पेस्टिसाइड्स की जरूरत हो वह तुरंत बताएं। वाहनए पेस्टिसाइड्स एवं अन्य संसाधनों के अभाव में कहीं भी टिड्डी अनियंत्रित नहीं होनी चाहिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी टिड्डी चेतावनी संगठन के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखें। साथ ही प्रगतिशील काश्तकारों का भी पूरा सहयोग लें।
प्रभावित क्षेत्र में 138 सर्वे टीम लगाई
कृषि आयुक्त डॉक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि राज्य के गंगानगर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर एवं अजमेर जिले टिड्डी से प्रभावित हैं। विभागीय टीमें पूर्ण सजगता के साथ सर्वे कर प्रभावी टिड्डी नियंत्रण कर रही हैं। प्रभावित क्षेत्र में 138 सर्वे टीम लगी हुई हैं। टिड्डी चेतावनी संगठन की ओर से 45 गाड़ियों के माध्यम से कीटनाशक स्प्रे का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव की ओर से सभी प्रभावित जिलों के कलक्टर को भी प्रभावी टिड्डी नियंत्रण के लिए पत्र लिखा जा रहा है।