प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के बीच चौथी बार राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते वक्त सबसे पहले देशवासियों को नमन किया। उसके बाद उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को 4 महीने से ज्यादा समय बीत गया। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए। पौने तीन लाख लोगों से ज्यादा
की दुखद मृत्यु हुई है। पीएम ने इस संबोधन में 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार इसके लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज ला रही है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार से अगल कुछ दिनों तक चरण-दर-चरण तरीके से पैकेज का विस्तृत ब्योरा देश के सामने रखेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 20 लाख करोड़ का यह आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज देश की कुल जीडीपी का करीब-करीब 10% है।
पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की
थीं, और आज जिस पैकेज का एलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब 10 प्रतिशत है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा। 20 लाख करोड़ का ये पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को नई गति देगा। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पूरा करने के लिए इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी सभी पर बल दिया है।हमारे कुटीर, गृह उद्योग, के लिए हैं जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक, किसान के लिए है जो हर स्थिति हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम करता है। ये पैकेज उस मध्यम वर्ग के लिए है जो ईमानदारी से टैक्स देता है।