प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए पैकेज की घोषणा की . इसी के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अलग-अलग चरणों में किसानों मजदूरों और छोटे व्यापारियों के लिए सरकार की वित्तीय सहायता के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जानकारी दे रही है .इस आर्थिक पैकेज से छोटे व्यापारियों, लघु और मझोले उद्योगों और गरीब तबके के लोगों को खास मदद पहुंचाई जाएगी. निश्चित रूप से सरकार की इस घोषणा से देश के अधिकांश वर्गों को बड़ी राहत मिली . मगर समाज का एक तबका ऐसा भी है जो हर सरकार की नजर से अनदेखा रह जाता है . अक्सर सरकारों की घोषणाओं में इस तबके की उपेक्षा की जाती है . यह वर्ग है समाज का मध्यम वर्ग हम अक्सर बजट घोषणाओं में भी देखते हैं कि मिडिल क्लास को कुछ खास राहत नहीं दी जाती . लोक डाउन के कारण ठप हुए काम धंधों के कारण मिडिल क्लास पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है लेकिन फिर भी केंद्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज में मध्यमवर्ग को एक तरह से भुला ही दिया गया है. मध्यमवर्गीय समाज के इस दर्द को दर्शाया है कार्टूनिस्ट सुधाकर सोनी ने