कोरोना वायरस के बाद अब देश के दक्षिण पूर्वी राज्यों के लिए नई मुसीबत ने दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से में चक्रवाती तूफान 'अम्फान' सक्रिय हो चुका है। तटीय इलाकों से यह तूफान अब 1000 किलोमीटर से भी कम दूरी पर पहुंच चुका है और आने वाले 10 घंटे में यह तटीय राज्यों तक पहुंच जाएगा। वहीं अगले 24 घंटे में ये गंभीर तबाही मचा सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा है कि इस चक्रवाती तूफान के ओडिशा के साथ पश्चिम बंगाल तट से टकराने की आशंका है। इन दोनों राज्यों के साथ ही अन्य तटीय राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर और दक्षिण अंडमान सागर के पास कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इससे ओडिशा और आस-पास के इलाकों में चक्रवाती तूफान अम्फान के तबाही मचाने की संभावना है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में मौसम का मिजाज बदल चुका है। लोग तूफान की आशंका से तटों को छोड़ रहे हैं। इन जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि इस तूफान में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं होने देने को सुनिश्चित किया जाए। सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वे समुद्र में ना जाएं। ऐसी ही चेतावनी पश्चिम बंगाल के मछुआरों को भी दे दी गई है। वहीं जो मछुआरे पहले से समुद्र में हैं, उन सभी को लौटाने के लिए रेस्क्यू टीमों को रवाना कर दिया गया है।
वहीं राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ओडिशा और पश्चिम बंगाल को तत्काल मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ के साथ ही सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं।