जयपुर। वट सावित्री अमावस्या एवं शनि जयंती इस बार 22 मई को भक्तिभाव के साथ मनाई जाएगी। इस दिन शुक्रवार, छत्र योग, कृतिका नक्षत्र, वृष राशि में उच्च का चंद्रमा जेष्ठ का महीना व अमावस्या तिथि रहेगी। सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना के लिए वट का पूजन कर वट सावित्री का व्रत रखेंगी और कथा का श्रवण करेंगी। वट सावित्री व्रत भी सौभाग्य प्राप्ति के लिए बड़ा व्रत माना जाता है। ये ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और बरगद की पूजा करती हैं। हालांकि लॉकडाउन की वजह से महिलाएं इस बार पारंपरिक तरीके से बरगद के पेड़ के नीचे पूजा नहीं कर पाएंगी।