संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज इंदौर में कोविड पॉज़िटिव प्रकरणों के प्रबंधन के संबंध में क्लिनिकल प्रोटोकॉल की समीक्षा के लिए गठित विशेषज्ञ समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. वी. पी. पांडे ने बताया कि इंदौर में एनआरबी (नान रिब्रीथर मास्क) का उपयोग मरीज़ों को ऑक्सीजन देने में किया जा रहा है। इस प्रयोग से उन मरीज़ों को जिन्हें नाक में नली डालकर ऑक्सीजन देने पर भी सुधार नहीं हो रहा है, उन्हें साँस लेने में आसानी हो रही है। यह मास्क ऑक्सीजन थैरेपी में उपयोग में लाया जाता है।
संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने बैठक में समीक्षा के बाद बताया कि यह एक अच्छी ख़बर है कि इंदौर में कोविड से मृत्यु के दर अब राष्ट्रीय औसत के नज़दीक आ गई है। इंदौर में जहाँ पहले लगभग 11 प्रतिशत मृत्यु दर थी, अब 3.86 प्रतिशत पर आ गई है। श्री त्रिपाठी ने संभाग के आसपास के ज़िलों और विशेषकर खंडवा तथा बुरहानपुर के गम्भीर प्रकरण त्वरित रूप से इंदौर रेफ़र करने की आवश्यकता भी जतायी। बैठक में कोविड के ट्रीटमेंट प्लान की विस्तृत समीक्षा की गई और इस प्लान पर संतुष्टि जतायी गई।