सृष्टि प्रकृति और पुरूष का संघर्ष है। पुरूष सुर भी होते हैं और असुर भी। सुर एक चौथाई और असुर तीन चौथाई होते हैं एवं देवों से बलवान भी होते हैं। असुरों के कारण ही देवताओं की दिव्यता सिद्ध होती है। असुरों से देवता सदा त्रस्त रहते हैं। इसलिए अवतारों का भी महत्व है। पेश है पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी की कलम से....करवट बदल रहा समय। #CoronavirusIndiaLockdown #Lockdown #Coronavirus