कोरोना वायरस को लेकर इस बार मुस्लिम समुदाय के लोग अपने-अपने घरों में जुमे की नमाजे अदा कर रहे हैं। कोरोना काल के चलते देशभर में लाॅक डाउन लगे हुए 59 दिन हो गए हैं। लॉक डाउन के बीच में शुरू हुए पवित्र रमजान के महीने में लोग घरों में इबादत कर रहे हैं। रमजान के पवित्र महीने में मस्जिदे हमेशा की तरह रोजेदारों से भरी रहती थी तथा लोग मस्जिदों में जाकर इबादत करते थे। लेकिन इस बार कोरोना महामारी फैली हुई हैं। जिसको देखते हुए शासन प्रशासन व उलेमाओं की अपील के बाद लोग अपने घरों पर ही रहकर इबादत कर रहे हैं। दारुल उलूम देवबंद द्वारा भी अलविदा जुमे व ईद की नमाज घर पर अदा करने को लेकर फतवा जारी किया जा चुका हैं। वहीं शुक्रवार को रमजान मुबारक के अलविदा जुमे पर सभी लोगों ने अपने- अपने घरों पर ही जोहर नमाज अदा की। इसके अलावा में मस्जिदों में मात्र 5 लोगों ने हीं जुमे की नमाज अदा की। नमाज के बाद सभी रोजेदारों ने अल्लाह के सामने हाथ उठाकर देश से जल्द ही कोरोना का का खात्मा करने, देश में सुख शांति कायम करने एवं लाॅक डाउन के कारण गरीब बेसहारा को हो रही परेशानी को दूर करने की दुआएं मांगी। नमाज के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन भी किया गया। रोजेदार मोहम्मद आदिल ने बताया शासन प्रशासन के दिशा निर्देश को ध्यान में रखते हुए उनके द्वारा घरों पर ही नमाज अदा की जा रही है और उन्होंने अलविदा जुमे पर भी घर पर रहकर नमाज अदा की तथा क् के खात्मे की दुआएं मांगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते उन्होंने अबकी बार ईद के लिए खरीदारी नहीं की है बल्कि खरीदारी ने कर गरीबों की मदद की है उन्होंने सभी से गरीबों की मदद से अपील की है।