जयसमंद अभयारण्य में सांभर के सफल पुनर्वास का एक साल हुआ पूरा
भटनागर की पहल पर चीतल के बाद सांभर का हुआ पुनर्वास
रास आया अभयारण्य, दुगुने हुए चीतल और सांभर
वनक्षेत्र की संख्या में कमी होने तथा अनुकूल वातावरण उपलब्ध नहीं होने के कारण वन्यजीवों के क्षेत्र.विशेष से विलुप्त होना कोई नई बात नहीं है परंतु ऐसे ही वन्यजीवों के वनक्षेत्र से विलुप्त हो जाने के बाद सफल पुनर्वास किया जाना वास्तव में अनूठा प्रयास है। ऐसा ही तीन सफल प्रयास उदयपुर के वन विभागीय अधिकारियों द्वारा किए जा चुके हैं जिनमें से एक प्रयास का एक वर्ष मई माह में ही पूर्ण हो रहा है।