प्रवासी मजदूरों के लिए बनी मददगार
सता रही अपने परिवार की ङ्क्षचता
कोरोना महामारी के गत दो माह से लॉकडाउन लगा हुआ है। बेरोजगारी अपनी चरम सीमा पर है। ऐसे में जजावर सहित आसपास के क्षेत्र में मनरेगा से मिल रहा रोजगार लोगों के लिए संकटमोचक साबित हो रहा है।कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण दिल्ली, मुंबई, जयपुर आदि बड़े शहरों से गांवों की तरफ लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए अब संकट की घड़ी में मनरेगा मददगार बनकर उभरी है। शहरों से लौटे मजदूरों ने पत्रिका को बताया कि लंबे समय तक कोरोना का डर है और इस डर के बीच में उसे गांव से निकलने में अपने और परिवार के लोगों की जीवन की चिंता सताने लगी है। ऐसे में घर पर खेती से बहुत ज्यादा कुछ उम्मीद नहीं है। केवल अब सरकार की मनरेगा योजना के तहत ही कामकाज और आजीविका चल पाएगी।