मोदी सरकार की दूसरी पारी के पहले साल में देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ माहौल काफी गरम हुआ है. जिसकी झलक दिल्ली चुनावों के कैंपेन, तब्लीगी जमात के बहाने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने, मुसलमानों के खिलाफ फेक न्यूज के जाल और यहां तक कि निशाने पर आई फैज अहमद फैज की नज्म तक में देखी जा सकती है.