आईआईएफएल के चेयरमैन निर्मल जैन का कहना है कि देश में यह आपदा पहले कभी नहीं आई है। किसी को अंदाजा नहीं है कि आखिर इसके लिए तैयारी कैसे करनी चाहिए थी। सरकार ने मोनोटोरियम की घोषणा की है, अच्छी बात है, लेकिन बेहतर होता कि सरकार छोटे कारोबारियों की बैंक किस्त खुद तीन महीने या छह महीने जमा कर देती तो शायद ज्यादा पॉजिटिव माहौल बनता।