यूनाइटेड नेंशस की ओर से इंटरनेट गवर्नेंस के लिए कानून बनाने के संदर्भ में इंटरनेशनल एक्सपटर्स के साथ "वैश्विक स्टेकहोल्डर संवाद" ऑनलाइन मीटिंग हुई। इसमें यूएन के आईएलओ में आईटी एडवाइजर और स्वच्छ भारत मिशन के एंबेसेडर जयपुर निवासी डॉ डी पी शर्मा ने कहा कि कोरोना टेकिंग में इंडिया की आरोग्य सेतु एक व्यक्ति की लोकेशन एवं उसकी कोरोना वैश्विक महामारी की स्थिति के बारे में जानने के लिए बहुत अच्छी सोच है। प्रभावी रूप से कार्य भी कर रही है। लेकिन व्यक्ति की प्राइवेसी, उसके मूवमेंट, उसके आवागमन की प्राइवेसी के कानून का उल्लंघन भी करती है। ऐसी एप यदि अमेरिका में लागू होती, तो प्राइवेसी कानून के तहत कानूनन तौर पर गैरकानूनी करार दी जाती।