सर्सेडा ब्लाक बामोर गांव की हालत बद से बदतर नजर आ रही है ग्रामीणों के मुताबिक गांव में आवास योजना के नाम पर और शौचालय योजनाओं के नाम पर ग्राम प्रधान ज्योति देवी पत्नी घनश्याम और सचिव मिलकर गरीब ग्रामीणों का पैसा हड़प रहे हैं और ग्रामीण गांव में बिजली पानी सड़कें आवास योजना शौचालय और तो और श्मशान घाट में होने वाले अंतिम संस्कार से भी जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है की प्रधान और सचिव ने मिलकर प्रधानमंत्री योजनाओं के अंतर्गत बनने वाले शौचालयों का पैसा निकलवा कर खुद ही हड़प कर लिया और ग्रामीणों को शौचालय मुहैया नहीं करवाई है और ना ही आवास दिए गए। यहां तक की सर्सेडा गांव में विद्युत पूरी तरह से ठप है लगभग 15 से 20 दिन हो चुके हैं और गांव में लाइट की कोई व्यवस्था ही नहीं है। इतना ही नहीं जब अंतिम संस्कार के लिए शव को लेकर जाया जाता है और अंतिम संस्कार किया जाता है बारिश के मौसम में शव पूरी तरह से नहीं जल पाता है ना ही संस्कार हो पाता है और सब पानी में तैरने लगता है और फिर ग्रामीण खुद ही शवों का दोबारा से अंतिमसंस्कार करवाते हैं यह कृत्य बहुत ही निंदनीय है। जब अंतिम संस्कार पूर्ण रूप से नहीं हो पाए और आग जला शव पानी में तैरता हुआ गांव में नालियों में बहने लगे तो दृश्य कितना देखने में निंदनीय होगा। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ?