सहारनपुर- योग को लोकप्रियता की बुलंदी तक पहुंचाने और इसको वैश्विक प्रतिष्ठा दिलाकर चार चांद लगाने में सहारनपुर के योगदान का रिकॉर्ड जारी है। योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण ने साधकों को कोनोना रोधी योगों का अभ्यास भी कराया । योग साधना के क्षेत्र में पहला पद्मश्री सम्मान पाने वाले योग गुरु स्वामी भारत भूषण का कहना है कि योग साधना को बुलंदी तक लोकप्रिय बनाने का कार्य सहारनपुर से ही हो सकता था क्योंकि सहारनपुर योगियों व तपस्वियों का नगर होने से ही शिवारण्यपुर रहा और योगीराज भगवान शिव की ससुराल कनखल (तत्कालीन सहारनपुर का हिस्सा थी) होने से उनके सीधे प्रभाव क्षेत्र में रहा। यहां तक कि पांव धोई नदी से दूसरी तरफ योगियों की साधना का वन्य क्षेत्र रहा, उसमें जाने के लिए प्रयुक्त होने वाला पुल आज भी पुल जोगियान कहलाता है।