उत्तर प्रदेश के रायबरेली में सोमवार को उस समय हड़कम्प मच गया जब एक युवक ने एसपी आफिस के सामने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि पुलिस के जवानों ने पहुंचकर युवक को हिरासत में ले लिया, जिससे बड़ी घटना अंजाम पाने से बच गई। आत्मदाह करने आए युवक ने प्रशासनिक और स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जानकारी के अनुसार पूरा प्रकरण जिले के सरेनी थाना क्षेत्र के उसरु गांव का है। गांव निवासी सर्वेश कुमार का आरोप है कि गांव का हिस्ट्रीशीटर विजय पाल सिंह उसकी भूमिधर जमीन पर मनरेगा के तहत नाला खुदवा रहा है। इसकी शिकायत पीड़ित दलित युवक ने एसडीएम से किया। एसडीएम ने गंभीरता से मामले को लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्य रुकवा दिया था। इससे आक्रोशित हिस्ट्रीशीटर विजय पाल ने पीड़ित को मारा पीटा और गालियां दीं। आरोपित ने ये भी कहा कि मैं एसडीएम के आदेश को नही मानता। जिसके बाद पीड़ित जब थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराने गया तो थानाध्यक्ष ने रिपोर्ट ही दर्ज नही की। आखिर जब कही सुनवाई नही हुई तो पीड़ित आज थक हार कर एसपी आफिस पहुंचा। यहां उसने खुद पर तेल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश किया। लेकिन तब तक वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने दौड़कर उसे ऐसा करने से रोक लिया। पीड़ित का आरोप है कि थाने पर तैनात दरोगा निखिलेश कुमार भी आरोपी से मिला है। फिलहाल मामले में एएसपी नित्यानंद राय ने बताया कि पीड़ित का विरोध ग़लत है। इसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।