सोमवार को राज्यभर के मजदूरों ने नरेगा अधिकार दिवस मनाया। इस मौके पर मनरेगा में रोजगार दिवस 200 दिन करने की मांग को लेकर कई जगहों पर प्रदर्शन किया गया। राज्य के जहां मनरेगा के तहत काम चल रहे हैं, वहां पर मजदूरों ने कई मांगों को लेकर आवाज उठाई। इस मौके पर मजदूरों ने मनरेगा का काम 200 दिन दिए जाने, मजदूरी 600 रुपए प्रतिदिन देन, औजार भत्ता देने, वार्ड या ग्राम सभा की ओर से चलाई जा रही योजनाओं पर ही काम किए जाने और देश में शहरी रोजगार गारंटी कानून बनाए जाने की मांग की। मनरेगा मज़दूरों ने अपने काम के दौरान यह प्रदर्शन किया। साथ ही ग्राम पंचायत, उपखंड और जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
50 लाख मजदूर जुड़े हैं
राजस्थान में अभी 50 लाख से अधिक मज़दूर मनरेगा में काम कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश मजदूरों के 100 दिन इस माह में ही पूरा हो रहे हैं। कोरोना की वजह से अन्य काम बंद होने से ऐसे मजदूरों के पास अब काम नहीं होगा। ऐसे में बाकि महीने उनके पास रोजगार को कोई साधन नहीं होगा। इसी बीच दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को भी मनरेगा से जोड़ा गया है, लेकिन 100 दिन के रोजगार से लोगों के लिए घर चलाना मुश्किल होगा। इसीलिए मजदूर केंद्र सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनका यह काम 200 दिन दिया जाए।