रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमाई हुई है। यहां सरकारी अस्पतालों में डाक्टर और फार्मेसिस्ट आराम तलब हो गए हैं, और प्राइवेट लोगों से चिकित्सीय कार्य लिया जा रहा। ऐसा ही एक मामला जिले की जेतुआ टप्पा सीएचसी से प्रकाश में आया है जहां एक लुंगी पहनकर एक बाबा सीएचसी में आए मरीजो की मरहम-पट्टी कर रहा। वैसे ये मामला सवालिया इसलिए है कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां की सांसद हैं और सूबे के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा यहां के प्रभारी मंत्री। इसके बाद भी स्वास्थ्य सेवा की स्थित दयनीय है। जानकारी के अनुसार जेतुआ टप्पा सीएचसी की इन तस्वीरों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हलचल मच गई है। बताया जा रहा है कि सीएचसी अधीक्षक यदा-कदा ही अस्पताल आते हैं। सीएचसी का दारोमदार यहां के डाक्टरों, फार्मेसिस्ट और वार्ड बॉय के पास है। ये सभी आराम तलब हैं, जब साहब का अता पता नही तो इनकी भी पौह बारह है। इस अवस्था में सीएचसी में आने वाले समस्त मरीजो का इलाज, मरहम-पट्टी लुंगी वाले बाबा करते हैं। कैमरे में ऐसा करते बाबा साफ दिखाई भी दे रहे। जिन्होंने चेहरे पर मास्क तक नही लगाया है और धड़ल्ले से काम कर रहे हैं। इमरजेंसी कक्ष में बाहर के इंजेक्शन व दवाओं के दर्जनों रैपर व इंजेक्शन के खाली डिब्बे भी पड़े मिले। जो यह साबित कर रहा था के जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में सब कुछ सही नही चल रहा।