मोबाइल पर बोला था मैनेजर, 'मेरी सेवा करनी होगी, 3.50 लाख दोÓ
- एक लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोपी एनटीपीसी मैनेजर सीबीआइ रिमाण्ड पर
- फलोदी व भीलवाड़ा में आवास की तलाशी
जोधपुर.
जिले के भड़ला स्थित सोलर प्लांट की प्लेटों की साफ-सफाई करने वाली फर्म से साढ़े तीन लाख रुपए रिश्वत मांगने व एक लाख रुपए की पहली किस्त लेते सीबीआइ की गिरफ्त में आने वाले फलोदी स्थित एनटीपीसी के मैनेजर को गुरुवार को रिमाण्ड पर भेज दिया गया। सीबीआइ ने फलोदी में ऑफिस व आवास के अलावा भीलवाड़ा में भी मकान की तलाशी ली।
सीबीआइ सूत्रों के अनुसार फलोदी स्थित एनटीपीसी के मैनेजर ओमप्रकाश मीणा को एक लाख रुपए रिश्वत लेते बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ जय विजय एंटरप्राइजेज के मालिक बीजेएस कॉलोनी निवासी भोम सिंह पुत्र खाखू सिंह ने बुधवार को शिकायत दर्ज कराई थी। भोमसिंह का कहना है कि ढाई साल से वह सोलर प्लेटों की सफाई का कार्य कर रहा है। एनटीपीसी के निगरानी में भड़ला स्थित सोलर प्लांट संचालित हो रहा है। पिछले कुछ समय से एनटीपीसी के मैनेजर ओमप्रकाश काम में बाधा उत्पन्न करने लगे थे। इस संबंध में भोमसिंह ने गत १३ जुलाई को मैनेजर से मोबाइल पर बात की थी। तब उसने यह कहकर साढ़े तीन लाख रुपए बतौर रिश्वत मांगे कि उसकी सेवा करनी होगी। सोलर प्लांट का कार्य सुचारू करने के लिए सेवा करनी पड़ेगी।
दफ्तर व घर की तलाश, दस्तावेज जब्त
रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ में आने के बाद सीबीआइ ने फलोदी स्थित एनटीपीसी कार्यालय के साथ ही मैनेजर के मकान की तलाशी लेकर संबंधित पत्रावली कब्जे में ली। वहीं, भीलवाड़ा में भी उसके पैतृक मकान की तलाशी ली गई। जांच अधिकारी ने मैनेजर ओमप्रकाश मीणा को जोधपुर स्थित सीबीआइ मामलात की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे एक दिन के रिमाण्ड पर भेजने के निर्देश दिए गए।
आमजन में भ्रष्ट अधिकारी की छवि
भोमसिंह की शिकायत के बाद सीबीआइ ने मैनेजर की छवि के बारे में पता लगाया। तब उसकी छवि अच्छी न होने और भ्रष्ट अधिकारी होने की बात सामने आई। तब गोपनीय सत्यापन कराया गया। जिसमें साढ़े तीन लाख रुपए व पहली किस्त के एक लाख रुपए मांगने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद मैनेजर को एक लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा गया था।