निगम की बहु प्रतीक्षित विकास बोर्ड बैठक उस समय हंगामा बैठक में तब्दील हो गयी जब भाजपा की महिला पार्षद ने नगरायुक्त पर चप्पल से हमला करने की कोशिश की। निगम कर्मियों ने बमुश्किल महिला पार्षद पर काबू पाया। महिला पार्षद के इस कृत्य पर जहाँ निगमकर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। वही नगर के भाजपा पार्षदों ने भी उक्त प्रकरण को असंवैधानिक बताते हुए हाईकमान से संगठनात्मक कार्यवाही की मांग की है।
मथुरा के एक होटल में आयोजित नगरनिगम की विकास बोर्ड बैठक में नगरायुक्त रविन्द्र कुमार मांदेड पर भाजपा की महिला पार्षद दीपिका रानी ने आरोप प्रत्यारोप करते हुए चप्पल से हमला करने का प्रयास किया। अचानक महिला पार्षद के इस कृत्य से बैठक में एकबारगी तो सन्नाटा सा छा गया। नगरायुक्त के पीए ने मामले की गम्भीरता को समझते हुए पार्षद को बीच मे ही रोक लिया। लेकिन तब तक महिला ने पीए पर ही तड़ातड़ चप्पलों की बौछार कर दी। हंगामा बढ़ता देख अन्य लोगो ने पार्षद को रोकने का प्रयास किया तब तक नगरायुक्त बैठक से अन्यत्र चले गये। महिला पार्षद के इस कृत्य से निगमकर्मी भारी आक्रोशित है। उनका कहना है कि भाजपा शासन में जब आलाधिकारी ही सुरक्षित नही है। तो अन्य निगमकर्मी कैसे भयमुक्त होकर कार्य करे। पार्षद द्वारा किया गया यह कार्य कतई न्यायोचित नही है। मुख्यमंत्री जी इसमे संज्ञान लेकर न्याय करे। इसी क्रम में नगर के अन्य पार्षदों ने भी महिला पार्षद के इस कृत्य को असंवैधानिक बताते हुए आपत्तिजनक बताया है।