कोरोना वायरस महामारी रोकने के लिए विश्व के सभी देश प्रयास कर रहे हैं |
इसी बीच कोरोंना संक्रमण महामारी को लेकर अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कड़ा रुख अपनाते एक बार फिर हमला बोला है, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के हेड को चीन ने खरीद लिया था | जिसकी वजह से वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने इस कोरों ना नज़र अंदाज़ करना पड़ा |
वहीं, WHO के एक प्रवक्ता ने कहा है कि संस्था ऐसे हमलों को खारिज करती है और विभिन्न देशों से अपील करता है कि वे कोरोंना संक्रमण से होने वाली महामारी को रोकने के लिए कामों पर ध्यान दे |
लंदन में सांसदों के साथ एक निजी मीटिंग में माइक पोम्पियो ने WHO पर बड़ा आरोप लगाया है, पोम्पियो ने कहा कि WHO ने कोरों संक्रमण को नजरअंदाज करने की वजह से ब्रिटेन में इतनी ज्यादा मौत का आकड़ा में बाढ़ सी आ गई |
माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि एक बड़ी साज़िश के तहत वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने चुनाव जीतने में मदद पाने के लिए चीन के साथ कई डील की थी जिनमें से कोरों ना संक्रमण मुख्य था |
पोम्पियो ने कहा कि टेड्रोस और चीन की डील की वजह से विश्व में लाखों लोगों की मौतें हुईं |माइक पोम्पियो ने कहा कि WHOअब विज्ञान पर आधारित संस्था न होकर WHO एक राजनीतिक संस्था बन गई, और कोरोना महामारी का सामना करने में एक रणनीति के अनुसार नाकाम रही |