Abhimanyu chakravyuh | Miteiya | Abhimanyu vadh krishna story
अभिमन्यु की मृत्यु व्यक्ति को दुखी कर देती है और ये संदेह पैदा कर देती है कि क्या सर्वशक्तिमान कृष्ण अभिमन्यु को बचा नहीं पाए। मितेया इसके उत्तर में कहते है कि अभिमन्यु को भगवान् श्रीकृष्ण ने ही मरवाया था। यदि वो अर्जुन का ध्यान नहीं हटाते तो अर्जुन ने अभिमन्यु को उत्तरा के पेट में ही चक्रव्यूह को तोड़ने का ज्ञान दे दिया होता।
महाभारत के सभी किरदार मनोवैज्ञानिक है और सिर्फ प्रतीकात्मक है। अभिमन्यु मोह का प्रतिक है। परन्तु ये मोह सांसारिक चीजों के लिए नहीं अपितु ईश्वर के लिए मोह है क्योंकि अभिमन्यु की पत्नी का नाम उत्तरा है।
अभिमन्यु एक अतिआक्रामक योद्धा था। उसने भीष्म, द्रोणाचार्य, कर्ण, अस्वथामा आदि को हराया था। चक्रवयूह के दिन भी उसने कई योद्धाओं का वध किया था. ये युद्ध मनोवैज्ञानिक दृस्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।
अभिमन्यु वध महाभारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बारे में मितेया कई बातो का जिक्र करते है।