राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तात्कालिक क्रियान्वयन के लिए सभी सरकारें एवं हितधारक शीघ्र कदम उठाए: .हुश्यार मीना
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री हुश्यार मीना का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति . 2020, 21वीं सदी के युवाओं के समग्र विकास का व्यवहारिक खाका है। इस शिक्षा नीति में विद्यार्थी के व्यक्तित्व एवं कौशल विकास, व्यावसायिक चेतना, मानसिक स्वास्थ्य, वैज्ञानिक एवं गहन सोच, प्राइमरी तक स्थानीय या मातृभाषा में शिक्षा, संगीत,कला, खेल, विज्ञान, कॉमर्स आदि विधाओं को रुचि के अनुसार पढ़ने का अवसर प्राप्त होना महत्वपूर्ण है। आधुनिकता के समन्वय से वैज्ञानिक सोच युक्त ज्ञान आधारित समाज के निर्माण को यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति मूर्त रूप देगी।
हुश्यार मीना ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में लैंगिक समानता, छात्रवृत्ति, निजी शैक्षिक संस्थानो में शुल्क के नियंत्रणीकरण, निजी एवं सरकारी संस्थानों में समान कोर्स, मूल्यांकन के नए मानक तय करने आदि बिंदुओं पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति.2020 में विस्तृत कार्ययोजना का समावेश छात्र हित में हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति2020 के माध्यम से भारतीय मूल्यों के अनुरूप शिक्षा में नवाचार, अनुसंधान, कौशल विकास तथा रोजगारोन्मुखता का समावेश प्रशंसनीय है। राष्ट्रीय साक्षरता तथा सकल नामांकन पाठ्यचर्या में भविष्य की आवश्यकताओं का ध्यान, बजट आवंटन जीडीपी का कुल 6 प्रतिशत रखने, शोध, रोजगार, व्यवसाय, विषय विशिष्टता, खेल तथा अन्य पाठ्येतर गतिविधियों को महत्व देने, सार्वजनिक शिक्षा क्षेत्र को मजबूती देने, बहु.विषयक शैक्षिक परिसर आदि बिंदुओं पर स्पष्टता के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति.2020 में इनके समावेश द्वारा आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है। जल्द ही नीति धरातल पर आए जिससे इसका लाभ शैक्षिक समुदाय को मिले उसके लिए सभी शिक्षाविदों, जन समुदाय, केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा आपस में मिलकर प्रभावी प्रयास किया जाएं।