आखिरकार राजस्थान में करीब डेढ़ माह से चल रहे राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप मंगलवार को हो गया. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान जारी किया जिसके अनुसार राहुल गांधी और सचिन पायलट के बीच हुई मुलाकात में यह तय किया गया है कि सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित रहेंगे और पायलट सहित बागी विधायकों की शिकायतों की जांच के लिए एक तीन सदस्यों की समिति बनाई जाएगी. इधर बागी गुट के विधायक भंवरलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की . बाद में अपने बयान में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं थी . भले ही बागी विधायक कितने भी स्पष्टीकरण दें, लेकिन इन पर वो कहावत चरितार्थ हो गई कि - चौबे जी चले थे छब्बे जी बनने, मगर दुबे जी बन कर रह गए .पार्टी से बगावत करके इन विधायकों को कुछ खास हासिल भी नहीं हुआ और उनकी छवि भी जनता और पार्टी के अंदर खराब हो गई. देखिए इस पूरे घटनाक्रम को दर्शाता कार्टूनिस्ट सुधाकर का यह कार्टून