सुदीक्षा वेस्ट यूपी के ऐसे लोगों को भी जागरुक करती थी जो अपनी बेटियों को बोझ समझते हैं, उसने खुद आगे बढ़कर अपने पीछे लड़कियों को आगे बढ़ने का संदेश दिया था, लेकिन सुदीक्षा आज हम लोगों के बीच नही रही। वो अपना नाम हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर गयी और समाज मे एक अपनी अलग पहचान छोड़ गई।