एकमात्र जीवित बचा केवलराम झोंपड़े में ले गया था सारे शव
- पाक विस्थापितों के परिवार के 11 सदस्यों की सामूहिक मृत्यु का मामला
- पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा
जोधपुर.
पारिवारिक विवाद के चलते जिले के देचू थानान्तर्गत लोड़ता हरिदासोता गांव में ट्यूबवेल पर पाक विस्थापित परिवार के ग्यारह सदस्यों की मृत्यु की जांच में जुटी पुलिस को तीसरे दिन मंगलवार को अहम सुराग मिला। एकमात्र जीवित बचने वाले केवलराम ने गत नौ अगस्त की अल-सुबह परिवार के ग्यारह सदस्यों के शव झोंपड़े (पड़वे) में ले गया था। अब पुलिस उससे यह जानने में जुटी है कि सामूहिक मृत्यु की साजिश में केवलराम की भूमिका है या नहीं? उसे इस बारे में पता था या नहीं?
पुलिस के अनुसार गत दस अगस्त की सुबह लोड़ता हरिदासोता गांव के ट्यूबवेल पर पाक विस्थापित परिवार के ११ सदस्यों के शव मिले थे। जिनमें वृद्ध दम्पती, उसका एक पुत्र, तीन पुत्रियां, दो पौत्र व एक पौत्री, एक नवाजा व एक नवासी शामिल थी। वृद्ध दम्पती का एक अन्य पुत्र केवलराम सुरक्षित मिला था। जो पुलिस के लिए संदेहास्पद है। उससे जांच में सामने आया कि वह गत शनिवार रात ११ बजे खाना खाने के बाद खेत की रखवाली करने चला गया था। रात को रेतीले टीले पर ही सो गया था। वह दूसरे दिन सुबह नीचे आया और झोंपड़ी के पास पहुंचा तो वहां परिवार के ११ सदस्यों को मृत पाया था। उसी ने एक-एक करके सभी शव झोंपड़े में ले जाकर जमीन पर लिटा दिए थे। फिर उन पर कपड़े ओढ़ाए थे।
अब पुलिस इसकी पुष्टि करने में लगी है कि ११ जनों की सामूहिक मृत्यु में उसकी कोई भूमिका तो नहीं है। वह जब झोंपड़ी में आया तो ११ जनों की मृत्यु हो चुकी थी अथवा रात को उसकी मौजूदगी में सामूहिक आत्महत्या की गई थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील पंवार मामले की जांच कर रहे हैं। उनकी मदद के लिए दो उपाधीक्षक, चार निरीक्षक, एक एसआई व साइबर सैल को लगाया गया है। पुलिस ने बालेसर स्थित मृतका प्रिया के किराए के कमरे की तलाश भी ली।
दो बहनों के हाथ में लगे थे कैनूला
मूलत: पाकिस्तान के सिंध प्रांत हाल लोड़ता हरिदासोता निवासी बुद्धाराम भील, उसकी पत्नी अंतरादेवी, पुत्र रवि, पुत्री लक्ष्मी, प्रिया उर्फ प्यारी व सुमन, पौत्र दयाल, दानिश व पौत्री दीया, नवासा तैन व नवासी मुकद्दश पुत्र सूरजाराम की सामूहिक मृत्यु हुई थी। नर्स प्रिया के पांव व लक्ष्मी के हाथ में कैनूला लगे थे। शेष सदस्यों के हाथों की नसों में इंजेक्शन लगे होने के निशान पाए गए थे। बोर्ड से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हो चुका है कि प्रिया के पांव व शेष सभी की नसों में जहरीले इंजेक्शन लगाए गए थे। जिससे मृत्यु हुई थी।
मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बारहठ के निर्देशन में हर पहलू से जांच की जा रही है। परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल की कॉल डिटेल मंगाई गई है। इनकी जांच से पता लगाया जा रहा है कि परिवार के सदस्य किन-किन के सम्पर्क में थे। ताकि इनसे सम्पर्क वालों से सामूहिक हत्या के कारणों की तह तक पहुंचा जा सके।