बदला लेने के लिए सब्जी से भरी पिकअप पर हमला, मारपीट
- गफलत में दर्ज करवा दी १२ लाख रुपए की लूट
- जांच में झूठी निकली लूट
जोधपुर.
महामंदिर थानान्तर्गत कृषि उपज मण्डी में रेलवे क्रॉसिंग के पास शनिवार रात ढाई बजे मोटरसाइकिल सवार तीन युवकों ने लाठी-सरियों से सब्जी से भरी बोलेरो पिकअप पर हमला कर चालक व खलासी से मारपीट की। सब्जी व्यापारी ने गफलत में मारपीट व हमला कर १२ लाख एक हजार रुपए लूट का मामला दर्ज करवा दिया, लेकिन पुलिस की जांच में यह राशि व्यापारी के भाई की एक अन्य गाड़ी में मिलने पर लूट झूठी निकल गई। हमले के मामले में पुलिस ने चार जनों को हिरासत में लिया।
थानाधिकारी सुमेरदान ने बताया कि फलोदी में देणोक निवासी मघाराम जाट सब्जी मण्डी व्यापारी है। रिश्ते में उसका भाई व चालक नैनाराम जाट रात ढाई बजे सब्जी मण्डी से बोलेरो पिकअप में सब्जी भरकर फलोदी के लिए रवाना हुआ। खलासी गैनाराम भी साथ था। कृषि उपज मण्डी में मुख्य गेट के पास रेलवे क्रॉसिंग पहुंचा तो मोटरसाइकिल सवार तीन युवक आए और लाठियों व सरियों से पिकअप पर हमला कर दिया। हमलावर मारपीट करने लगे तो चालक व खलासी गाड़ी वहीं छोड़ भाग गए। उन्होंने मालिक मघाराम व पुलिस को सूचना दी। हमले व मारपीट के साथ १२ लाख एक हजार रुपए लूट का भी आरोप लगाया गया।
जांच में सामने आया कि एक माह पूर्व मण्डी में कार्य करने वाले जीवनराम व जगदीश जाट से सब्जी के भाव को लेकर उनकी तकरार हुई थी। दोनों के साथ मारपीट की गई थी। जीवन ने बदला लेने के लिए अपने मित्र राकेश से बात की थी। इसको लेकर शनिवार रात पहाडग़ंज में राकेश, आमीन व इमरान के साथ जीवन की बातचीत हुई थी और रात को ही बदला लेने की योजना बनाई गई।
मघाराम की पिकअप सब्जी भरकर मण्डी से रवाना हुई तो जगदीश ने फोन कर राकेश को सूचित कर दिया था। बाइक पर राकेश, आमीन व इमरान रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचे और पिकअप रुकवाकर हमला कर दिया था। चालक व खलासी के भागने पर तीनों हमलावर भी चले गए थे। पुलिस ने जीवनराम व जगदीश के साथ ही तीनों हमलावरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो यह खुलासा हो गया। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले में जगदीश की भूमिका सामने नहीं आई है।
भाई की गाड़ी में मिले १२ लाख १ हजार रुपए
पुलिस का कहना है कि मघाराम ने सब्जी मण्डी के व्यापारियों को भुगतान करने के लिए चालक नैनाराम को १२ लाख एक हजार रुपए दिए थे। जो बैग में डालकर मघाराम की एक अन्य गाड़ी में रख दिए गए थे। यह गाड़ी मघाराम का भाई धर्माराम सब्जी भरकर जैसलमेर ले गया था। जो सुरक्षित मिल गया। जबकि चालक को गफलत हो गई थी कि राशि का बैग उसकी गाड़ी में था व हमले के दौरान लूट लिया गया था।