After waiting for a year, Ganpati Bappa is once again preparing to visit every house. Yes, we all have our favorite Ganeshotsav i.e. Ganesh Chaturthi, now only 3 days are left. This time Ganesh Chaturthi is being celebrated on 22 August, Saturday. According to mythological beliefs, Ganesh was born on the Chaturthi of Shukla Paksha of Bhadra month. The festival of Ganesh Chaturthi is celebrated every year in this festival. The festival of this festival is most popular in Maharashtra. But this time due to Corona, the color of the festival may not fade in the most affected state. Let us tell you how to celebrate Ganesh Chaturthi and what are the beliefs and traditions related to it…
साल भर के इंतजार के बाद एक बार फिर से गणपति बप्पा घर-घर पधारने की तैयारी में हैं। जी हां हम सबका पसंदीदा गणेशोत्सव यानी गणेश चतुर्थी में अब मात्र 3 दिन शेष हैं। इस बार गणेश चतुर्थी 22 अगस्त, शनिवार को मनाई जा रही है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेशजी का जन्म हुआ था। इस उपलक्ष्य में हर साल गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व की सबसे ज्यादा धूम महाराष्ट्र में देखने को मिलती है। मगर इस बार कोरोना के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित इस राज्य में त्योहार का रंग कहीं फीका न पड़ जाए। चलिए आपको बताते हैं कि कैसे मनाते हैं गणेश चतुर्थी और क्या हैं इससे जुड़ी मान्यताएं और परंपराएं…
#GaneshChaturthi