परतापुर क्षेत्र में एक प्रिटिंग प्रेस से एनसीईआरटी की करोड़ों रुपये की नकली पुस्तकें बरामद होने से जिले के भाजपाइयों में भी हड़कंप मचा हुआ है। जिस समय पुलिस और एसटीएफ की टीम प्रिंटिंग प्रेस पर पहुंची तो करोडों की किताबों और दस्तावेजों में आग लगा दी गई। जिसमें से सबूत खोजने के लिए देर रात फोरेंसिक विशेषज्ञों का दल जांच करने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचा। विशेषज्ञों ने इस दौरान कई जगहों से सबूत एकत्र किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी भाजपा नेता सचिन गुप्ता ने फैक्टरी में करोड़ों रुपये के दस्तावेज जलाने के लिए आग लगा दी थी। जिसकी जांच कराने के लिए ही फोरेंसिक जांच दल को बुलाया गया। इससे पहले भी भाजपा के कद्दावर नेता की तीन फैक्टरियों पर छापा पड़ा था। उत्तराखंड में भी इनकी फैक्टरियों पर छापा लग चुका है।
सूत्रों ने बताया कि परतापुर स्थित गोदाम में करीब 50 करोड़ रूपये की किताबें भरी हुई हैं। जिनकी लिस्ट बनाने में एसटीएफ और मेरठ पुलिस को काफी समय लग जाएगा।
परतापुर पुलिस ने इस जगह को अपने कब्जे में ले लिया है, लेकिन बताया जा रहा है कि जिन करोड़ों रुपए के कागजातों को जलाने की यहां कोशिश की गई है, उनके फोटो और वीडियो फोरेंसिक जांच दल ने बना लिए हैं।
करोड़ों रुपये की एनसीईआरटी की पुस्तकें बरामद होने का मामला शासन के अलावा केंद्र तक पहुंच गया। बताया गया कि इन पुस्तकों की जांच करने के लिए एनसीईआरटी का नई दिल्ली से एक विशेष दल शनिवार को मेरठ पहुंचकर जांच करेगा।
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