जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ एवं कटान से निपटने के लिए जिला प्रशासन मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन में पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जिले की बाढ़ एवं कटान प्रभावित 05 तहसीलों का स्वयं उन्होंने जायजा लिया है। शासन की मंशा के अनुरूप जिले के प्रभावित हर व्यक्ति की हर संभव मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने बताया कि कि सभी बाढ़ प्रभावित तहसीलों के उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को प्रभावित क्षेत्रों के व्यक्तियों को शासन की मंशा के अनुरूप हर संभव मदद करने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। राजस्व, बाढ़ खण्ड तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार आवश्यक राहत कार्य सुचारू रूप से कराए जाएं।
डीएम ने बताया कि जिले में कुल 40 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों के आवागमन हेतु कुल 79 नावे लगाई गई है। वही सभी राजस्व अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित कर दिया गया है कि नाव में क्षमता से अधिक व्यक्तियों को कदापि ना बिठाया जाए। इन क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने हेतु चिकित्सा विभाग के एक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इसका नोडल बनाते हुए कुल 40 मेडिकल टीमें लगाई गई हैं एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में पशुओं हेतु 102 पशु शिविर भी लगाए गए हैं। मेडिकल टीमों द्वारा अब तक 1986 मानव का उपचार किया गया है। पशु शिविरों में अब तक 1293 पशुओं को उपचारित करने के साथ ही 19012 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में शासन द्वारा निर्धारित सामग्री के अनुरूप तैयार कराए गए खाद्यान्न किट अब तक 9419 लोगों में वितरित कराया जा चुका है। 15370 मीटर त्रिपाल भी वितरित किया जा चुका है। अभी तक इन क्षेत्रों में क्लोरो क्वीन टेबलेट का वितरण कराया जा चुका है। राजस्व विभाग के 5 मोटर बोट लगाए गए हैं। इसी के साथ साथ एक पीएसी की टीम भी राहत कार्यों के लिए क्रियाशील है।
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