... 31 अगस्त को नो स्कूल नो फीस की मांग को लेकर स्वैच्छिक राजस्थान बंद का आह्वान
.... सुबह 9 बजे से 1 बजे तक सांकेतिक बन्द रखने का किया आह्वान
जयपुर। कोरोना और लॉकडाउन से बिगड़े व्यापारिक हालातों और निजी स्कूलों की फीस वसूली के खिलाफ संघर्ष कर रही संयुक्त अभिभावक समिति ने 31 अगस्त को स्वेच्छिक राजस्थान बंद का आह्वान किया है। जिसको लेकर राज्य के विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठन एकजुट होने लगे हैं और बंद के समर्थन में साथ खड़े हो गए हैं।
समिति प्रवक्ता मनोज शर्मा और अरविंद अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश का अभिभावक पीडि़त हैं, पिछले 5 महीनों से लगातार निजी स्कूल संचालकों और राज्य सरकार को जब तक स्कूल नही तब तक फीस नहीं की गुहार लगा रहे हैं। साथ ही सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन, निवेदन सहित राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री सहित देशभर के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को ज्ञापन भी भेंट कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई राहत ना केंद्र सरकार ने दी, ना राज्य सरकार ने दी और ना ही किसी राजनीतिक दल ने अभिभावकों का साथ दिया। राजनीतिक दलों के इस रवैये से प्रदेश का अभिभावक अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है और सरकार की चुपी से आक्रोशित है। इसी लेकर संयुक्त अभिभावक समिति ने अगस्त को राजस्थान बंद का आह्वान किया है। बंद को सफल बनाने के लिए समिति के पदाधिकारियों ने जयपुर व्यापार महासंघ, बरकत नगर, वैशाली नगर, मानसरोवर, बजाज नगर, टोंक रोड,जगतपुरा, मालवीय नगर, चांदपोल, मुरलीपुरा, दादी का फाटक, जौहरी बाजार, चांदपोल बाजार, एमआई रोड, अजमेर रोड, न्यू सांगानेर रोड, नंदपुरी, 22 गोदाम सहित विभिन्न व्यापारिक संगठनों से 31 अगस्त को स्वैच्छिक राजस्थान बंद की अपील की, जिसे सभी व्यापारिक संगठनों ने स्वीकार किया और बंद में शामिल होने की घोषणा की।
महामंत्री मनीष विजयवर्गीय और प्रवक्ता ईशान शर्मा ने बताया कि भारतवर्षीय अभिभावक संघ, राजस्थान अभिभावक संघर्ष समिति,अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ, अंतराष्ट्रीय ब्राह्मण संघ, ब्राह्मण युवा क्रांति मंच, भीम सेना, जाट समाज, जयपुर अग्रवाल समाज, जैन समाज, ब्राह्मण समाज, विश्व वैश्य संघ, बाल भारती फाउंडेशन सहित अभी तक प्रदेश स्तर पर करीबन 300 से अधिक सामाजिक संगठनों ने 31 बंद के समर्थन में शामिल होने की घोषणा की।
प्रवक्ता एवं मीडिया संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि 31 अगस्त को राजस्थान बंद के लिए किसान महापंचायत का भी समर्थन हासिल हुआ। इसके लिए समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को किसान पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट से मुलाकात की और अभिभावकों की स्थिति से अवगत करवाया, जिसके बाद रामपाल जाट ने किसान महापंचायत के साथ जुड़े सभी 50 किसान संगठनों के साथ बंद में शामिल होने की घोषणा की।