एसीएफ और रेंजर परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग

Patrika 2020-08-27

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राजस्थान विवि के मुख्यद्वार पर किया प्रदर्शन
200 पदों के लिए सवा लाख से अधिक आवेदन
20 से 27 सितंबर तक होनी है परीक्षा
आरपीएससी की ओर से आयोजित की जा रही एसीएफ और रेंजर भर्ती परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाए जाने की मंाग को लेकर परीक्षार्थियों ने प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि परीक्षा कई दिनों तक चलने वाली है। कोविड 19 के दौर के तहत अभी परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। ऐसे में है इस परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाए। आपको बता दें कि आरपीएससी की ओर से करीब 9 साल के इंतजार के बाद एसीएफ और फॉरेस्ट रेंजर की भर्ती निकाली गई है। करीब 200 पदों पर निकाली गई इस भर्ती के लिए करीब सवा लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। आरपीएससी की ओर से परीक्षा को लेकर 20 सितम्बर से 27 सितम्बर तक डेट निर्धारित की गई है लेकिन कोरोना के बीच आयोजित हो रही इस परीक्षा को स्थगित करवाने की मांग हो रही है। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को भी मेल भिजवा कर परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है।

राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से जारी सूचना के अनुसार सहायक वन संरक्षक और फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर ग्रेड 1 परीक्षा 20 सितंबर से 27 सितंबर तक राज्य के समस्त संभागीय जिला मुख्यालयों पर आयोजित की जाएगी। आपको बता दें कि परीक्षा का आयोजन दो पारियों में किया जाना है। पहली पारी की परीक्षा सुबह 09 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 02 बजे से शाम 05 बजे तक होगी। परीक्षा का आयोजन सहायक वन सरंक्षक के 99 पद और वन रेंज ऑफिसर के 105 पदों के लिए किया जा रहा है। आरपीएससी की ओर से संभाग स्तर पर ही परीक्षा का आयोजन करवाया जा रहा है। हर अभ्यर्थी को सात दिनों में चार पेपर्स देने होंगे।
कैसे पहुंचेंगे परीक्षा देने

अभ्यार्थियों का कहना है कि करीब सवा लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है लेकिन लॉक डाउन लगने की वजह से अधिकतर बेरोजगार या तो अपने राज्यों या फिर अपने गांव चले गए। इतना ही नहीं पिछले 5 महीनों से उनकी पढ़ाई बाधित हुई है। इसके साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले अभ्यर्थी के परीक्षा देने के लिए आने से कोरोना का खतरा बढऩे की संभावना है। संभाग स्तर पर परीक्षा होने से रहने और खाने की समस्या भी खड़ी हो सकती है क्योंकि यातायात अभी पूरी तरह से सुचारू नहीं हुआ है तो परीक्षार्थी समय पर परीक्षा देने पहुंच सकेंगे इसकी भी चिंता है।

बाहरी राज्यों से भी आएंगे अभ्यार्थी
आवेदनकर्ता अभ्यर्थियों का कहना है कि इस भर्ती का करीब 9 सालों से इंतजार किया जा रहा था। लाखों अभ्यर्थियों ने इसकी तैयारी की है लेकिन कोरोना के बीच में इस परीक्षा का आयोजन कई बेरोजगारों के सपनों को चकनाचूर कर सकता है, इसलिए सरकार को बेरोजगारों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना चाहिए। अभ्यार्थियों का कहना है कि यदि परीक्षा स्थगित नहीं की जाती तो उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर होना होगा। परीक्षा में शामिल होने वाले

अभ्यार्थियों का कहना है कि इस परीक्षा में शामिल होने के लिए बाहरी राज्यों से भी अभ्यार्थी यहां आएंगे ऐसे में कोरोना का खतरा और बढ़ सकता है। परीक्षा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में अंतिम वर्ष के अभ्यार्थियों ने भीआवेदन किया है लेकिन अभी तक उनक अंतिम वर्ष की परीक्षा ही नहीं हुई है। ऐसे में उन्हें इस भर्ती परीक्षा से बाहर होने का डर भी सता रहा है।

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