जयपुर। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की दशमी शुक्रवार को आज तेजादशमी और रामदेव जयंती का पर्व बिना भक्तों की आवाजाही के मंदिर प्रांगण में ही मनाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं नजर आई। सुबह ध्वजारोहण धूप आरती की गई। भक्तों ने घरों से बाबा के दर्शन कर ढोक लगाकर मन्नत मांगी।
बाबा रामदेव मंदिर में महाआरती
नाहरी का नाका स्थित बाबा बाबा रामदेव मंदिर में जयंती के तहत कई कार्यक्रम हुए। महंत योगेश नायक ने बताया कि सुबह पंचामृत अभिषेक, शृंगार झांकी और ध्वजारोहण के बाद भोग आरती की गई। विशेष सजावट के साथ शाम को 51 दीपकों से आरती हुई। भंडारा कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। वहीं शनिवार को बाबा की समाधि स्थल के दर्शन होंगे। अंबाबाड़ी, टैगोर स्कूल के पास स्थित रामदेव मंदिर में बाबा को पंच मेवे का भोग लगाया गया। इसके बाद महाआरती की गई। अंबेडकर कॉलोनी, अशोकपुरा स्थित रामदेव मंदिर में कार्यक्रम हुआ।
तेजाजी मंदिर में सजाई विशेष झांकी
आमेर स्थित जाजोलाई की तालाई के तेजाजी मंदिर में कार्यक्रम हुआ। रंग-बिरंगे फू लों से शृंगार कर झांकी सजाई गई। नारायण लाल ने बताया कि तेजाजी को खीर व पूड़ी का भोग लगाया गया। लूनियावास स्थित वीर तेजाजी मंदिर में खीर, मालपुए सहित अन्य व्यंजनों का भोग लगाया। जयसिंहपुरा खोर, पुरानी बस्ती, महेश नगर, टोंक फ ाटक, जगतपुरा सहित अन्य मंदिरों में कार्यक्रम हुए। सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज मंदिर सेवा समिति की ओर से केशव विद्यापीठ रोड ग्राम जयसिंहपुरा खोर स्थित मंदिर में कार्यक्रम हुआ। मानसरोवर वीटी रोड न्यू सांगानेर रोड स्थित वीर तेजाजी मंदिर में इस बार श्रद्धालु ढोल की थाप पर तेजाजी को नहीं रिझा पाए। यहां आस-पास की जगहों से बड़ी संख्या में सुबह से भक्तों का जमावड़ा नजर आता था। इस बार वैसा नजारा नहीं दिखा। सभी जगहों पर जयंती से पूर्व निकलने वाली बिंदौरी भी इस बार नहीं निकल सकी।