इस वीडियो क्लिप को रागिनी नायक ट्वीटर पर शेयर करते हुए शो के दौरान अपने व्यवहार को जायज ठहराया। उन्हेंने लिखा कि 'हर डिबेट में विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर मोदी सरकार को कवर फ़ायर देना, विपक्ष के प्रवक्ताओं को बीच में टोक-'टोककर बात को पूरा न होने देना। सत्ता पक्ष से कठिन सवाल पूछने लगो तो volume कम कर देना। ये सब सरकार के ‘पिट्ठू’ होने के ही लक्षण तो हैं, इसलिये डिबेट में पिठ्ठू कहा।................इसके जवाब में अमीश देवगन ने ट्वीट किया कि जितनी ऊर्जा मेरे को गाली देने को लगा रहीं है आप, उतना विषय को पड़ लिया होता, तो यह दिन न देखना पड़ता । में आपके स्तर पर नहीं उतर सकता । माफ़ करिये । इसके बाद रागिनी ने अमीश को ऐसी हिंदी पढ़ाई कि अमीश गायब ही हो गया। रागिनी ने अमीश की हिंदी दुरुस्त करते हुए लिखा महोदय, ‘मेरे को’ नहीं ‘मुझे’ होता है। ‘देने को’ नहीं ‘देने में’ होता है। ‘पड़ लिया’ नहीं ‘पढ़ लिया’ होता है।‘में’ नहीं ‘मैं’ होता है। ‘माफ़ करिए’ नहीं ‘माफ़ कीजिए’ होता है। इसके बाद रागिनी ने लिखा कि अब आप माफ़ी मांग ही रहे हैं तो चलिए माफ़ किया...लेकिन पत्रकारिता से पहले आपको हिंदी सिखानी पड़ेगी । जी दोस्तों तो ये हैं गोदी मीडिया के पत्रकारों का हाल। इन लोगों ने सत्ता की दलाली कर सिर्फ अपनी ही बेइज्जती नहीं कर वा रहे हैं, बल्कि पत्रकारिता के स्तर को गिराकर लोगों के बीच पत्रकारिता के पेशे को भी बदनाम कर दिया है।