जौनपुर. यूपी के जौनपुर में पुलिस वालों ने दलित परिवार की महिलाआें आैर लड़कियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, किसी का सिर फूटा तो किसी को हड्डी में चोट आयी। लड़कियों का आरोप है कि अवैध वसूली का विरोध करने पर उन्हें लाठियों से पीटा गया। उधर दूसरी आेर पुलिस का दावा है कि बंदी के दिन मांस बेचने से मना करने गर्इ टीम पर हमला हुआ, जिसमें चार पुलिस वाले घायल हो गए। पुलिसिया पिटार्इ का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
जौनपुर के नेवढ़िया थानांतर्गत सीतमसराय गांव में एक परिवार सूअर का मांस बेचने का काम करता है। परिवार का आरोप है कि रविवार को पुलिस टीम उसके घर आई और पैसे की मांग करने लगी। मना करने पर उनको लाठी से पीटा गया। इसमें कई को गंभीर चोट लगी। मारपीट का ये वीडियो परिवार वालों ने ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। इसके बाद घायलों के साथ ज़िला मुख्यालय डीएम और एसपी से शिकायत करने पहुंच गए।
वहीं दूसरी आेर इस पूरे मामले में पुलिस की अपनी अलग कहानी है। एएसपी ग्रामीण त्रिभुवन सिंह ने बताया कि मोहर्रम के दिन और लॉकडाउन को देखते हुए मांस की बिक्री से मना किया गया था। इसके बाद भी खुलेआम सूअर का मांस बेचा जा रहा था। सीतमसराय चौकी की टीम मना करने पहुंची थी तो परिवार के लोग हमलावर हो गए। उनकी तरफ से हुए हमले में चौकी इंचार्ज समेत चार लोग घायल हुए हैं।