पिछले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया इस बार मन की बात में प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता और लोकल के लिए वोकल मुद्दों को खासतौर से उठाया . प्रधानमंत्री ने खिलौनों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में वर्तमान समय में विदेशी खिलौने ज्यादा प्रचलित है. ऐसे में हमें खिलौना उद्योग पर ध्यान देकर देश में ऐसे खिलौने बनाने चाहिए जो कि पर्यावरण हितैषी भी हों और बच्चों के बचपन को उमंग से भर दें. खिलौनों में एक खिलौना झुनझुना भी होता है ,जिसे रोते हुए बच्चे को बहलाने के लिए काम में लिया जाता है .बच्चे को जब झुनझुना बजाने के लिए दिया जाता है तो वो उसकी आवाज में अपना रोना भूल जाता है. देश में फिलहाल जनता के साथ भी ऐसा ही हो रहा है. जीडीपी माइनस में पहुंच गई है और रोजगार की भी भारी कमी है. लेकिन इन मुद्दों पर बात न होकर दूसरे महत्त्वहीन मसले चर्चित हो रहे हैं. देखिए इस मामले पर हमारे कार्टूनिस्ट सुधाकर सोने का नजरिया