कोरोना के चलते इतना बुरा हाल देश मे हो गया है कि जबरदस्ती लोगो को उठाया जा रहा है। गरीब है तो क्या इंसान नही? क्या इसे भी मृत घोषित करके इसके भी अंग निकाल के बॉडी जला दी जाएगी? बच्चे भी तो साथ बैठे थे, कोरोना तो साथ वाले को भी होगा। बच्चों को क्यो साथ नही ले गए? बच्चों को खाना कौन देगा? सुना था कि कोरोना हाथ मिलाने से, साथ बैठने से, सोशल डिस्टनसिंग नही मेन्टेन करने से भी फैलता है तो माँ के साथ बच्चे क्यो नही ले गए? क्या एक बड़ी साजिश के तहत दुनिया को डराया जा रहा है?