जयपुर. दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों के दशलक्षण महापर्व का मंगलवार को अनन्त चतुर्दशी एवं उत्तम ब्रह्मचर्य लक्षण मनाने के साथ समापन हुआ। शाम को राजस्थान जैन युवा महासभा के आह्वान पर महाआरती, भक्तामर स्तोत्र पाठ एवं णमोकार महामंत्र के जाप घरों में किए गए। इसके बाद ऑनलाइन सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। दर्शनार्थियों के लिए मंदिर बन्द होने के कारण घरों में ही ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा अर्चना व महाआरती की गई।