उत्तर प्रदेश के रायबरेली में लालगंज कोतवाली के कुडवल गांव में एक ही परिवार के दो मासूमों की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मासूम चचेरे भाई-बहन की हत्या किसी बाहरी व्यक्ति ने नही बल्कि स्वयं मासूमों की चाचा की लड़की ने किया था। पुलिस ने हत्यारी बहन के कब्जे से आला क़त्ल भी बरामद किया है। एसपी स्वप्निल ममगई ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हत्यारोपी श्यामकली पुत्री बाबूलाल को स्पेशल आपरेशन ग्रुप टीम और लालगंज थाने की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है। एसपी ने बताया कि 19 अगस्त को मासूम रूबी और 1 सितंबर को दीपक (11) का अपहरण कर हत्या की गई थी। पूछताछ में श्यामकली ने बताया कि मानसिक तनाव के चलते उसने बच्ची की गला दबाकर जबकि बच्चे की धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या की थी। हत्यारोपी श्यामकली ने पुलिस को बताया कि 19 अगस्त को वो रूबी को बहला फुसला कर जंगल में ले गई थी और वहां पर गला दबाकर हत्या कर दिया था। उसने ये भी बताया कि शव को जंगल के अंदर झाड़ियों में छिपा दिया था। इसके ठीक पंद्रह दिन बाद उसने दीपक को मारने का प्लान किया। श्यामकली ने पुलिस को बताया कि दीपक गांव के लड़को के साथ खेत में मोबाइल देख रहा था। उस समय उसने दीपक से घास की गठरी उठाने के बहाने उसे ले जाने का प्लान किया जब दीपक ने इंकार किया तो वो उसे जबरदस्ती पकड़कर ले गई। वहां ले जाकर उसने दीपक को गला दबाकर मारने की कोशिश किया। लेकिन नाकाम होने पर हाथ में मौजूद हासिये से प्रहार किया और उसकी मौत हो गई।