गाजियाबाद में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पेरेंट्स एसोसिएशन और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक लॉकडाउन के दौरान की फीस माफ करने और ऑनलाइन क्लास देने को लेकर उसकी फीस निर्धारित करने की मांग को लेकर पिछले 8 दिन से भूख हड़ताल बैठे हुए थे ।जिन्होंने आरोप लगाया था ।कि जिला प्रशासन द्वारा इनकी कोई बात नहीं सुनी जा रही है ,और भरसक प्रयास यह किया जा रहा है। कि किसी ना किसी तरह से यहां भूख हड़ताल पर बैठे लोगों को उठाया जाए।
बुधवार को आठवें दिन अचानक ही एडीएम सिटी शैलेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और वहां भूख हड़ताल पर बैठे सभी अभिभावक और पेरेंट्स एसोसिएशन के लोगों को उठा दिया गया। उन्हें बताया गया कि जो सीओ सेकंड कल ज्ञापन लेने के वक्त यहां आए हुए थे। वह कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं। इसलिए यहां बैठे सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। सभी की जांच कराई जाएगी ।ताकि उनके संपर्क में आए लोग यदि कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं। तो उनका विधिवत उपचार किया जाए ।यहां बैठे सभी अभिभावक और पेरेंट्स एसोसिएशन के लोगों को उठाकर पुलिस लाइन लाया गया है और सबको क्वारंटाइन किए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन बड़ी बात यह है कि जब सीओ सेकंड कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। तो क्या उनके संपर्क में आए सभी पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को भी क्वारंटाइन किया जाएगा, या कितने लोगों को अभी तक क्वारंटाइन किया गया है । या होम आइसोलेशन में रखा गया है ?क्योंकि सीओ सेकेंड ना जाने ऐसे कितने स्थानों पर गए होंगे ।जहां अधिक संख्या में लोग मौजूद रहते हैं। पेरेंट्स एसोसिएशन के लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा उन्हें साजिश के तहत यहां से उठाया जा रहा है। क्योंकि इससे पहले भी इन लोगों को यहां से उठाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कई तरह का दबाव बनाया गया है।