हस्तिनापुर से मिले महाभारत कालीन बर्तनों के अवशेष
#lockdown #meerut #hastinapur #maabharat kalin #avsesh
मेरठ। हस्तिनापुर स्थित पांडव टीले से लगातार चौकाने वाले तथ्य उजागर हो रहे है। गत महा में पहले कुषाण काल के मृदभांड मिलना जो कि पूर्व के उत्खनन में नहीं मिले थे ऐसे ही बर्तन पूर्व में अहिच्छेत्र एवं राजगीर से भी प्राप्त हो चुके है।अभी हाल ही में मृदभांडों एवं हड्डियों के अवशेषों ने उत्खनन की आवश्यकता को जाहिर कर दिया है। आज फिर रघुनाथ महल के पास से शोध के दौरान नेचुरल साइंसेज ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं शोभित विश्विद्यालय के प्रियंक भारती को हड्डियों के पास से चित्रित घुसर मृदभांडो के अवशेष प्राप्त किये है। प्रियंक भारती ने बताया कि कुछ हड्डियों के पास से चित्रित घुसर मृदभांडो के अवशेष मिले है यह मृदभांड टीले की ऊपरी सतह से 19-20 फिट पर मिले हैं। हस्तिनापुर में चित्रित घुसर मृदभांडों को डॉ बीबी लाल ने १९५०-५२ के उत्खनन में ११००-८०० बी0सी० के मध्य रखा था एवं इसी पोटरी को महाभारतकालीन भी मन जाता है।