यूपी के हमीरपुर जिले में अन्ना जानवरों से चौपट होने वाली फसल के नुकसान और बेहतर आमदनी का तरीका किसानों ने निकाल लिया है जिसमे सरकार की अहम योजना का लाभ उठाते हुए अब कम लागत में किसान ऐसी फसलों को बोना शुरू कर दिया है जिसमें अन्ना पशुओं से होने वाले नुकसान से भी निजात मिल रही है साथ ही लोगों को रोजगार के माध्यम से आमदनी भी चौगनी हो रही है,ऐसे में अब किसानों के चेहरे में खुशी देखने को मिल रही है, ऐसी ही एक रिपोर्ट देखिये तुलसी की खेती करने वाले किसान धीरेंद्र उर्फ उत्तम सिंह की.
यह किसान धीरेंद्र उर्फ उत्तम सिंह जो हमीरपुर जिले के विदोखर गांव का रहने वाला है और यह अन्ना जानवरों से नष्ट होने वाली फसलों की जगह कम लागत में 50 बीघे में तुलसी की खेती कर रहा है,इसने बताया कि अन्ना जानवर इस तुलसी की फसल को नही खाते है जिससे फसल खाने का भय भी नही रहता जो कि बुंदेलखण्ड के किसानो की सबसे बड़ी समस्या होती है औऱ आम तौर में इससे 10 लाख तक कि बचत हो सकती है।वही उमेशचंद्र उत्तम जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आयोजन मिशन योजना के द्वारा किसानों को आयुर्वेद की खेती के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिसमें तुलसी, अश्वगंधा व अन्य आयुर्वेद की अन्य खेती को बढ़ावा दिया जाता है